रहेगी दोस्त हमारी" चाहे कितने भी आ जाये विकल्प नहीं टूटेगा हमारा संकल्प चाहे इंटरनेट दे कितनी भी जानकारी पुस्तके सदा रहेगी दोस्त हमारी पुस्तकों में सम्पूर्ण संसार है समाया हमारी स्मरण शक्ति को मजबूत बनाया समय बदला , काया नए रूप में आई लेकिन इसके अमिट ज्ञान को मिटा ना पाई अगर आ भी जाए विपदा सारी पुस्तके रहेगी दोस्त हमारी इनका ज्ञान है अनोखा जो जान ले , वो न पाए धोखा नहीं टूटेगी इनसे यारी आजीवन रहेगी दोस्त हमारी। Yakshita Jain #Books books are true friend