सुकूं ढूंढ़ता हैं शायर तन्हाई के "फंदे" में... दर्द सीने में रखता हैं, बचा नहीं दम "कंधें" में...!! कौन कहता हैं कि यहां बाजार नहीं सजते... गम, खुशी, दर्द, आंसू सब कुछ बिकता हैं शायरी के इस "धंधे" में...!! - Ashish Mishra ✍🏼 सब कुछ बिकता हैं शायरी के इस धंधे में...✍🏼 #रातकाअफ़साना #shayari #poetry #yourquote #yaadein #shayriquotes #sad #love JYOTI BHARTI Anisha Rani Rupali Sukhija