उड़ते परिंदे को नसीब हो इक घर यूँ भी। इक-दूजे में रह जाएँ, मुलाकात हो इक यूँ भी।। तेरी-मेरी तिश्नगी में बहे ये इश्क नसीम! आमीन!! ❤ #आमीन Ameen series - 8 ••••❤