#5LinePoetry आज अपने हीं पराये लगने लगे। दिल का रक्त दिल में जमने लगे।। ख्वाबों के मंजरें लगती है सब में। दिल हीं दिल में सजती है सब में।। आया झोका हवा का झरने लगे। ©Nandan mishra #नंदन #5LinePoetry #5LinePoetry