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क्या एक बात सच सच बताओगे? आखरी बार आप कब मुस्कुर

क्या एक बात सच सच बताओगे? 
 आखरी बार आप कब मुस्कुराए थे?
 आखरी बार कब चांद तारों को चलते देखा था, 
सूरज को ढलते देखा था ,
बहती नदियों में कब कागज की नाव चलाए थे
 आखरी बार आप कब मुस्कुराए थे?

 आखरी बार कब करी थी मासूम सी  शैतानी 
आखरी बार कब सुनी थी परियों की कहानी, 
सपनों की दुनिया सपनों के महल कब सजाए थे, 
आखरी बार आप कब मुस्कुराए थे ?

आखरी बार कब हंसते-हंसते पेट दुखने लगा था, 
 बारिश में नाचने का अरमान मन में जगा था,
 मस्ती में झूमते कब गीत खुशी के गाए थे, 
आखरी बार आप कब मुस्कुराए थे ? 

 बहती नदी की धार से पानी कब पिया था, 
जिंदगी को खुलकर आखरी बार कब जिया था, 
पागलों सी मस्ती आखरी बार कब करके आए थे
 ,आखरी बार आप कब मुस्कुराए थे ?

आखरी बार मां की गोद में कब सोए थे,
आखरी बार दिल खोलकर कब रोये थे,
आखरी बार कब खुद के अजीब चेहरे कब बनाए थे, 
आखरी बार आप कब मुस्कुराए थे?
 
आखरी बार कब दिल पर हाथ रखकर धड़कनों को सुना था, 
आखरी बार कब तारों को गिना था,
आखरी बार कब फल पेड़ से तोड़ कर खाए थे,
 आखरी बार आप कब मुस्कुराए थे ?

आखरी बार कब कहा था कि मैं खुश हूं और जिंदगी खूबसूरत है,
 प्यार, हसी ,मुस्कान ,खुशी बस यही जिंदगी की जरूरत है 
क्यों 
हंसना भूल गए हो प्यारे जो यह भी पूछना पड़ा कि आखरी बार आप कब मुस्कुराए थे ?

सच सच बताना आखरी बार आप कब मुस्कुराए थे ? ....#AalokRY 

Credit ....#Newlife #AalokRY #quotes #hindiquotes #facebook #blog #nojoto #AalokS
क्या एक बात सच सच बताओगे? 
 आखरी बार आप कब मुस्कुराए थे?
 आखरी बार कब चांद तारों को चलते देखा था, 
सूरज को ढलते देखा था ,
बहती नदियों में कब कागज की नाव चलाए थे
 आखरी बार आप कब मुस्कुराए थे?

 आखरी बार कब करी थी मासूम सी  शैतानी 
आखरी बार कब सुनी थी परियों की कहानी, 
सपनों की दुनिया सपनों के महल कब सजाए थे, 
आखरी बार आप कब मुस्कुराए थे ?

आखरी बार कब हंसते-हंसते पेट दुखने लगा था, 
 बारिश में नाचने का अरमान मन में जगा था,
 मस्ती में झूमते कब गीत खुशी के गाए थे, 
आखरी बार आप कब मुस्कुराए थे ? 

 बहती नदी की धार से पानी कब पिया था, 
जिंदगी को खुलकर आखरी बार कब जिया था, 
पागलों सी मस्ती आखरी बार कब करके आए थे
 ,आखरी बार आप कब मुस्कुराए थे ?

आखरी बार मां की गोद में कब सोए थे,
आखरी बार दिल खोलकर कब रोये थे,
आखरी बार कब खुद के अजीब चेहरे कब बनाए थे, 
आखरी बार आप कब मुस्कुराए थे?
 
आखरी बार कब दिल पर हाथ रखकर धड़कनों को सुना था, 
आखरी बार कब तारों को गिना था,
आखरी बार कब फल पेड़ से तोड़ कर खाए थे,
 आखरी बार आप कब मुस्कुराए थे ?

आखरी बार कब कहा था कि मैं खुश हूं और जिंदगी खूबसूरत है,
 प्यार, हसी ,मुस्कान ,खुशी बस यही जिंदगी की जरूरत है 
क्यों 
हंसना भूल गए हो प्यारे जो यह भी पूछना पड़ा कि आखरी बार आप कब मुस्कुराए थे ?

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