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नीति नहीं हैं जिनके पास राजनीति वो करते हैं विज्ञा

नीति नहीं हैं जिनके पास राजनीति वो करते हैं
विज्ञान का उपहास अंधविश्वास वो गढ़ते हैं
ताली थाली दीया बाती शंखनाद सब कर बैठे
गोबर मूत्र पापड़ नारा जाने क्या क्या रच बैठे
तापमान के ऊंच नीच पर virus तेरा मरता है
ऐसी वैसी सतहों पर इतने घंटे रहता है
शर्म नहीं तुमको है आती, साल भर क्या किया है तुमने
PM Care Fund जमा था, किसका Care किया है तुमने
क्यूँ मृतशय्या की कतार बड़ी है, अस्पताल मे भरमार कमी है
Vaccine उपलब्ध नहीं क्यों, ऑक्सीजन की कमी रही क्यों
व्यवस्था पर ध्यान नहीं और जन को दोषी कहते हो
कुंभ का आयोजन कर के नाम प्रभु का जपते हो
बिना मास्क के मंत्री घूमे, सेवक और गृहमंत्री घूमे 
भीड़ भरी उस फोटो को जब गर्व से share करते हो
तब बोलो इस जनता को क्या संदेशा देते हो
झूठे भाषण देते हो और खुद को सेवक कहते हो
खुद के नारे को खुद ही फॉलो तुम नहीं करते हो
रात को लंबा ज्ञान हो देते दो गज़ दूरी मास्क जरूरी
दिन मे रैली करते हो और लाखों भीड़ जमाते हो
फिर कहते हो जन है दोषी
अरे राम नाम का नाम लिया और सबकुछ राम पर छोड़ दिया
हाथ तुम्हारे कुछ भी ना तो सत्ता पर क्यों बैठे हो
छोड़ के सत्ता ले लो झोला और करो फ़कीरी फिर तुम
राम ने हमको जन्म दिया है राम ही हमको देखेगा
रावण जैसा राजा हो तो लंका फिर जल जायेगा
माफ़ करो हे सताधीशों तुम ना सेवक हो पाओगे
अपनी इन करतुतों से जन जन को भी खो जाओगे।।

©रतनेश पाठक_ Protest Writer #nojoto #nojotoHindi #poem 

#nirankush #corona
नीति नहीं हैं जिनके पास राजनीति वो करते हैं
विज्ञान का उपहास अंधविश्वास वो गढ़ते हैं
ताली थाली दीया बाती शंखनाद सब कर बैठे
गोबर मूत्र पापड़ नारा जाने क्या क्या रच बैठे
तापमान के ऊंच नीच पर virus तेरा मरता है
ऐसी वैसी सतहों पर इतने घंटे रहता है
शर्म नहीं तुमको है आती, साल भर क्या किया है तुमने
PM Care Fund जमा था, किसका Care किया है तुमने
क्यूँ मृतशय्या की कतार बड़ी है, अस्पताल मे भरमार कमी है
Vaccine उपलब्ध नहीं क्यों, ऑक्सीजन की कमी रही क्यों
व्यवस्था पर ध्यान नहीं और जन को दोषी कहते हो
कुंभ का आयोजन कर के नाम प्रभु का जपते हो
बिना मास्क के मंत्री घूमे, सेवक और गृहमंत्री घूमे 
भीड़ भरी उस फोटो को जब गर्व से share करते हो
तब बोलो इस जनता को क्या संदेशा देते हो
झूठे भाषण देते हो और खुद को सेवक कहते हो
खुद के नारे को खुद ही फॉलो तुम नहीं करते हो
रात को लंबा ज्ञान हो देते दो गज़ दूरी मास्क जरूरी
दिन मे रैली करते हो और लाखों भीड़ जमाते हो
फिर कहते हो जन है दोषी
अरे राम नाम का नाम लिया और सबकुछ राम पर छोड़ दिया
हाथ तुम्हारे कुछ भी ना तो सत्ता पर क्यों बैठे हो
छोड़ के सत्ता ले लो झोला और करो फ़कीरी फिर तुम
राम ने हमको जन्म दिया है राम ही हमको देखेगा
रावण जैसा राजा हो तो लंका फिर जल जायेगा
माफ़ करो हे सताधीशों तुम ना सेवक हो पाओगे
अपनी इन करतुतों से जन जन को भी खो जाओगे।।

©रतनेश पाठक_ Protest Writer #nojoto #nojotoHindi #poem 

#nirankush #corona