रात की गुस्ताखियों की बात क्या लिखें हो गयी जो गलतियां तो माफ़ क्या लिखें हुस्न में घायल हुआ मासूम दिल मेरा क़त्ल के इल्ज़ाम का फिर दाग़ क्या लिखें दिल जाकर रुक गया हुस्न के दर पर ओ लाख ठोकर दे गईं हुस्न के बल पर रात गईं बात गई ओ जाते जाते बोल गईं तो प्यार में मरने का उसके देवदास क्या लिखें ।। #मूड इश्क़ियाना मुहब्बत