आजादी दो तरह की होती है। शारीरिक और मानसिक। हम अपने शरीर की ताक़त से अपनी शारीरिक गुलामी को तो दूर करसकते है पर अपनी मानसिक गुलामी को सिर्फ और सिर्फ अच्छी विचार धारा और प्रेरणा से ही मुक्ति दिला सकते है। #Freedom