प्रतीकों का दहन करके,नहीं कुछ भी बताना है। असल में तो हमें मिलकर, बुराई को जलाना है। जहाँ में जो बुराई हो,जलेगी होलिका उसकी- बचाकर के हमें फिर से, वही प्रह्लाद लाना है। #मुक्तक #होलिका_दहन #विश्वासी