मुझे अश्क नही बनना हैं.... बस खुद का रस्क बनना है.... ना चांद सी रातों की... ना दुख भरी बातों की... बस सुकून सी मुस्कुराहट का हर एक वो पल बनना है.. हां....मुझे इक अक्स बनना हैं.... ख़ुद से खुद का एक नया मेल करना हैं... चलो आज शुरू ही किया है.... तो फिर खत्म की कोई बात ही न करना हैं बस चलते चलना हैं.... हर हालात से बस लड़ते चलना है... कुछ कम,,कुछ ज्यादा का कोई हिसाब न करना है बस मुट्ठी में सपनों को बांध चलते चलना हैं... ,,,,,चलते चलना हैं... कुछ टूटकर कुछ बिखरकर... इक कमरे में मशरूफ होकर... उन पन्नों पर इक शब्द बनना हैं... हां मुझे मेरा वक्त बनना हैं... उन टूटते तारों का , उन अंधेरी रातों का बस इक सुकून बनना हैं... हां,मुझे सिर्फ और सिर्फ मेरा गुरुर बनना हैं। ............#Kaid ek awaz........... ©Nishu Maurya.....(Arjnii) #mujhe_mera_gurror_bnana_hai.. #kaidEkAwaz #fish