"झूठे मानुष देखकर.. मैं अपना विश्वास न खोऊँ... सदा सत्य की राह हो मंजिल.. मैं ना पर-भ्रम में मन डोलूँ।" (Day 5 दशलक्षण महापर्व "उत्तम-सत्य") ©मनमर्जियां #जैन #Jain #jainypoetry #astha #आस्था #SilentWaves