आ जाए पल वो वापस, जो बीत गए एक एक करके कितने थे अरमान, रह गए सारे सीमट के कुछ अच्छे की चाह में, वो पल ना जी सके सरकते गए दिन, ढेर जैसे रेत के जीने की है आस, एक बार फिर से वो ज़िंदगी शुरुआत करू फ़िर से, नए सफ़र की। #dreams #heartbreakquotes #timechanges