हम तन्हा रहें उस रोज भी घर में सदस्य बढ़ है साथी नहीं और दब गई इच्छा काम-काज के बोझ में सब ऩजर आया उन्हें बस एक मै नहीं। #मेरावजूद #नाकद्री #समझ #प्यार#हमतुम