जाे तेरा दिल है बड़ी हसरत से डाला है बीज मैनें अपनी प्रीत का तेरे बेरूखी के धूप की भी परवाह नहीं करती मैं तु काेशिशें लाख करता है ज़मीं बंजर करने की पर अपने विश्वास से ज़मीं काे सींचते नहीं थकती मै है यंकी मुझकाे एक दिन फसलें भी आएंगी मेरे प्रीत की तपन कभी तेरा भी दिल पिघलाएंगी... एक ज़मीं मेरी भी है... #मेरीज़मीं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi