#5LinePoetry खिवैया ******** खे कर नैय्या अरे खिवैया ले चल अब दूर कहीं। यहां जी का रमना है मुश्किल सुखद सा पथ तू देंख कोई। चींखें-चित्कारे सी सुनकर मन हुआ रुआंसा मेरा भी। खे कर नैय्या अरे खिवैया ले चल अब दूर कहीं। ©सुधा भारद्वाज #खिवैया(#sailor) #5LinePoetry