लोग क्या कहेंगे तुम सोचते कुछ ज्यादा हो मंथन कर खुद को परखो तो क्या तुम किसी का प्यादा हो लोग क्या....... कहते आए हैं लोग कहेंगे भी कुछ सोच किसी का इरादा हो ये ज़िंदगी तुम्हारी अपनी है क्या तुम किसी की भाषा हो लोग क्या....... खुद अपना मार्ग प्रशस्त करो चाहे पथ में कितनी बाधा हो अंतर्मन के गुरु को पहचानो जैसे कृष्ण की राधा हो लोग क्या....... सतपथ सदभाव समर्पण हो चाहे जीवन कितना सादा हो अब लक्ष्य साध अर्जुन जैसे पानी बिन जैसे प्यासा हो लोग क्या....... तुम व्यक्ति हो कोई वस्तु नहीं आए तुम करके वादा हो अपने जीवन का" सूर्य" बनो तुम खुद अपनी ही आसा हो लोग क्या..... ©R K Mishra " सूर्य " #लोग क्या कहेंगे