रूह तक थम जाती है तेरा चेहरा देखने के बाद शायद मोहब्बत सच्ची की थी शायद मोहब्बत सच्ची की थी तूने देखा भी नहीं मूड कर शायद तूने भी बेवफाई पक्की की थी याद है मुझे, तुझे आख़री बार कब देखा था😞मेने, याद है मुझे, तुझे आख़री बार कब देखा था मेने, उस वक़्त तेरी भी सगाई पक्की थी और मेरी भी जुदाई पक्की थी (अंकित सक्सैना )