बो याद आयी कुछ यू... कि लौट आए सब सिलसिले...! ठण्डी हबा, खुशनुमा, गुनगुनी धूप................!! और दिसम्बर का ये पन्द्रहबा दिन की तरह............ ©Rameshkumar Mehra Mehra # बो याद आयी कुछ यू कि लौट आए सब सिलसिले, ठण्डी हबा खुशनुमा...गुनगुनी धूप....