हो मयस्सर आशिक़ी में,शबनमी तेरे लफ्ज़ शीरीं। सुरूरे इश्क़ बनकर छा रहा,हर्फ़ तेरे महजबीं।। @यायावर पिहरवा ©durgakant jha #यायावर पिहरवा #YouNme