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मेरे दिल में एक छोटा सा घरौंदा उसने बनाया था किसी

मेरे दिल में एक छोटा सा घरौंदा उसने बनाया था
किसी और की नज़र लगे ना उसके चाँद को
इसिलए मेरे गाल पे काजल का टीका उसने लगाया था
मेरे दिल में एक छोटा सा घरौंदा उसने बनाया था
पहली मुलाक़ात नजरें चुरा रहे थे हम
जब मिली नजरों से नजरें.....तो वो आहिस्ता से मुस्कुराया था
मेरे दिल में एक छोटा सा घरौंदा उसने बनाया था
अक्सर आया करता था वो गली में हमारी
बदनाम रो तब हुए.....जब जो छत पे मिलने आया था
मेरे दिल में एक छोटा सा घरौंदा उसने बनाया था
वैसे तो दीवाने बहुत थे हमारे
दिल तो उसपे उसी दिन आ गया......जब वो मुझसे मिलने नैनीताल तक आया था
मेरे दिल में एक छोटा सा घरौंदा उसने बनाया था
उसका पूरा मोहल्ला भाभी कहने लवा था मुझे
आफत तो उस दिन आयी......जब उसने अपनी माँ से video call करवाया था
मेरे दिल में एक छोटा सा घरौंदा उसने बनाया था
अक्सर देखा करती थी ख़्वाबों में उसे
नींदे तो तब उड़ी......जब उसने हाल -ए -दिल सुनाया था
मेरे दिल में एक छोटा सा घरौंदा उसने बनाया था
वो कहा करता था कि हमें मोहब्बत है तुमसे
यकीन तो तब हुआ जब......उसने इस जिस्मानी मोहब्बत के दौर में मेरा सरका हुआ दुपट्टा ओढ़ाया था
मेरे दिल में एक छोटा सा घरौंदा उसने बनाया था
मैं खफा नहीं हूँ जिंदगी कि वो मिला नहीं मुझे
इन छोटे-छोटे  पलों में मैंने पूरी जिंदगी को जिया था
वो साथ नहीं तो क्या हुआ...... याद है वो दिन जब आखिरी बार उसने मुझे गले से लगाया था
मेरे दिल में एक छोटा सा घरौंदा उसने बनाया था



रिया कुटौला (tamanna )

©riya kutaula #Hindi_writing #Poetry 

#MusicLove
मेरे दिल में एक छोटा सा घरौंदा उसने बनाया था
किसी और की नज़र लगे ना उसके चाँद को
इसिलए मेरे गाल पे काजल का टीका उसने लगाया था
मेरे दिल में एक छोटा सा घरौंदा उसने बनाया था
पहली मुलाक़ात नजरें चुरा रहे थे हम
जब मिली नजरों से नजरें.....तो वो आहिस्ता से मुस्कुराया था
मेरे दिल में एक छोटा सा घरौंदा उसने बनाया था
अक्सर आया करता था वो गली में हमारी
बदनाम रो तब हुए.....जब जो छत पे मिलने आया था
मेरे दिल में एक छोटा सा घरौंदा उसने बनाया था
वैसे तो दीवाने बहुत थे हमारे
दिल तो उसपे उसी दिन आ गया......जब वो मुझसे मिलने नैनीताल तक आया था
मेरे दिल में एक छोटा सा घरौंदा उसने बनाया था
उसका पूरा मोहल्ला भाभी कहने लवा था मुझे
आफत तो उस दिन आयी......जब उसने अपनी माँ से video call करवाया था
मेरे दिल में एक छोटा सा घरौंदा उसने बनाया था
अक्सर देखा करती थी ख़्वाबों में उसे
नींदे तो तब उड़ी......जब उसने हाल -ए -दिल सुनाया था
मेरे दिल में एक छोटा सा घरौंदा उसने बनाया था
वो कहा करता था कि हमें मोहब्बत है तुमसे
यकीन तो तब हुआ जब......उसने इस जिस्मानी मोहब्बत के दौर में मेरा सरका हुआ दुपट्टा ओढ़ाया था
मेरे दिल में एक छोटा सा घरौंदा उसने बनाया था
मैं खफा नहीं हूँ जिंदगी कि वो मिला नहीं मुझे
इन छोटे-छोटे  पलों में मैंने पूरी जिंदगी को जिया था
वो साथ नहीं तो क्या हुआ...... याद है वो दिन जब आखिरी बार उसने मुझे गले से लगाया था
मेरे दिल में एक छोटा सा घरौंदा उसने बनाया था



रिया कुटौला (tamanna )

©riya kutaula #Hindi_writing #Poetry 

#MusicLove