बुझी सी राख को अंगार करके छोड़ेगा, ज़माना इश्क को तकरार करके छोड़ेगा। वो कल पूछ रहा था मैं शायर कब से हो गया, ये उसका इश्क है गुलज़ार करके छोड़ेगा।। Jhon Kandari ✔️ #__u