Nojoto: Largest Storytelling Platform

अब के हम बिछड़े तो शायद कभी ख़्वाबों में मिलें जि

अब के हम बिछड़े तो शायद कभी ख़्वाबों में मिलें 
जिस तरह सूखे हुए फूल किताबों में मिलें 
ढूँढ उजड़े हुए लोगों में वफ़ा के मोती 
ये ख़ज़ाने तुझे मुमकिन है ख़राबों में मिलें 
ग़म-ए-दुनिया भी ग़म-ए-यार में शामिल कर लो 
नश्शा बढ़ता है शराबें जो शराबों में मिलें 
तू ख़ुदा है न मिरा इश्क़ फ़रिश्तों जैसा 
दोनों इंसाँ हैं तो क्यूँ इतने हिजाबों में मिलें 
आज हम दार पे खींचे गए जिन बातों पर 
क्या अजब कल वो ज़माने को निसाबों में मिलें 
अब न वो मैं न वो तू है न वो माज़ी है
जैसे दो साए तमन्ना के सराबों में मिलें **अब के हम बिछड़े तो शायद.....
अब के हम बिछड़े तो शायद कभी ख़्वाबों में मिलें 
जिस तरह सूखे हुए फूल किताबों में मिलें 
ढूँढ उजड़े हुए लोगों में वफ़ा के मोती 
ये ख़ज़ाने तुझे मुमकिन है ख़राबों में मिलें 
ग़म-ए-दुनिया भी ग़म-ए-यार में शामिल कर लो 
नश्शा बढ़ता है शराबें जो शराबों में मिलें 
तू ख़ुदा है न मिरा इश्क़ फ़रिश्तों जैसा 
दोनों इंसाँ हैं तो क्यूँ इतने हिजाबों में मिलें 
आज हम दार पे खींचे गए जिन बातों पर 
क्या अजब कल वो ज़माने को निसाबों में मिलें 
अब न वो मैं न वो तू है न वो माज़ी है
जैसे दो साए तमन्ना के सराबों में मिलें **अब के हम बिछड़े तो शायद.....
neel2711453701981

Neel Tiwari

Bronze Star
New Creator
streak icon1

**अब के हम बिछड़े तो शायद..... #कविता