अपना भी कुछ इंतजाम करते हैं। भीड़ बढ़ने लगी है शहर में अब आशिकों की। चलो सिद्धि का कत्ल सरेआम करते हैं।। 📝सिद्धि अपना भी कुछ इंतजाम करते हैं। भीड़ बढ़ने लगी है शहर में अब आशिकों की। चलो सिद्धि का कत्ल सरेआम करते हैं।। 📝सिद्धि