मोहब्बत एक मुकद्दर है कोई ख्वाब नहीं... मोहब्बत एक मुकद्दर है कोई ख्वाब नहीं.. यह एक ऐसी अदा है जिसमें हर कोई काम्याब नहीं... जिन्हें मिली इश्क़ मे मन्ज़िले उन्हें तो उंगलियों पर गिन लो.. जिन्हें मिली इश्क़ मे मन्ज़िले उन्हें तो उंगलियों पर गिन लो... जो इसमे पागल और बर्बाद हुए उनका तो कोइ हिसाब नहीं!