चेहरे पर एक मुस्कान थी लतीफा सुनाते हुए रो पड़ा था मैं महफ़िल को हँसाते हुए, मेरी कहानी के किरदार सभी सच्चे थे पर खामोश रहे सब मेरा किस्सा सुनाते हुए, शख्स और भी मिल जाएंगे जमाने में उस जैसे टूट गया था आईना मुझे यह बात समझाते हुए, मैं दोजख की आग तक गया, चिंगारी की खोज में, जला लिया दामन चराग राहों में उनकी जलाते हुए, सारे नग्में, गजले, राग भूल सा गया हूं मैं एक अर्से से एक नाम गुनगुनाते हुए, ©Sandeep Albela #FindingOneself #sandeep_albela #top_writter #love #life #shayari #yqgorakhpur #lucy #gazal