कुछ खुशियों की तुझे राह वह बात सही पर जो है उन खुशियों से क्यों हो इनकार कोई, बटोर ले खुशियां जितनी तू बटोर सके अभी सहेज कर रख ले जो प्यारी लगे वह सभी, क्योंकि कल शायद उनमें से कुछ होंगी नहीं तो कुछ ऐसी है जो तेरी सांसों में है मिली हुई, सारी तेरी ही है जब से तुमने कहा उन्हें अपनी कब तक रहे तेरी बात वह कल की, पर तब तक क्यों हो इनकार कोई बटोर ले खुशियां जितनी तू बटोर सके अभी। 🧡📙📙🧡 #khushiyaan #happiness #momentsofhappiness #enjoymoments #lovelife #livethemoment #poemfrommetome #grishmapoems