इंसान, धरती से तुम आसमान में जाने वाले हो लगता है अब वहाँ भी गंध मचाने वाले हो यहाँ सिख, इशाई, हिंदू, मुस्लिम आदि धर्म के नाम पर वहाँ क्या बादल सूरज चाँद सितारों में द्वंद कराने वाले हो? ©RAVISHANKAR PAL फितरत #fourlinepoetry Vivek.....