मैं रोना चाहता हूँ कोई चुप कराने आएगा क्या, मैं हर पल खुशियों भरा बिताना चाहता हूँ, कोई सच्ची दोस्ती निभाएगा क्या, मैं जिंदगी को नहीं जीना चाहता कोई जीना, सिखाने आएगा क्या, मैं के लिए तड़प रहता हूँ कोई सच्चा प्यार लुटाएगा क्या॥ ❤ (Dil ke alfaaz) ❤ ©Shivam kumar poetry lover #alone #SAD #crying # #Moon