जीवन में ............जो लगे कि, वो आपके लिए कुछ कर सकता है, पर हकीकत तो ये ही है कि, यहां कोई किसी के लिए नहीं है और न ही, कोई कुछ कर ही सकता हैं, पर , गुरू और मात-पिता की बात अलग है, ये वो होते है जो हमारे ,शिक्षा ,लक्ष्य और संपूर्ण.... सफल जीवन की नींव हैं, पर इनके अलावा हकीकत में , आज तो और भी , किसी की आश-उम्मीद तक भी नहीं करना चाहिए और न ही करना ही है , क्योंकि भाई .....फालतू में समय व्यर्थ ही , क्यों करनी हैं ।।।।।। बाकी,जीवन की रीत तो ये तो है ही, कि गर success हो जाओ ,गर कभी काबिल बन जाओ ,और तो और , गर दौलत बेसुमार हो जाए तो , इंसानों-पशु-पक्षियों-तथा-साधुओं व प्रकृति की सेवा करो ,,, और ""इंसानियत को ................... समाज का प्रेरणा बनाओ" ....।।।।।। ©Captain Priyanshu बातें:- जो हकीकत की ।।।।