मौत को लगा गले अपनी अर्थी लगाए बैठे है जो दिए दर्द उन्होंने, उन्हें सजाएं बैठे हैं, वो वफ़ा-ए- इश्क़ मोहब्बत में रंग भरने की बात करते हैं और हम चार कँधे अर्थी के लिए उधार लिए बैठे है #jindgi