आसमां से इक सितारा कूद कर मर ही जाएगा बेचारा कूद कर इश्क़ में टूट हुआ अक्सर यहाँ देखता ही है दोबारा कूद कर देखले जो आँख में उनके अगर मर ही जाएगा नज़ारा कूद कर और पानी में चमकते चाँद को तोड़ देता है किनारा कूद कर घाव भरने गर लगे, दिल बारहा फिर हरा करता है सारा कूद कर चाँद महफ़िल में हमारी ओर को कर रहा कैसा इशारा कूद कर और बचपन से अभी तक चल रहा देखिये सिक्का हमारा कूद कर झाड़ पर चढ़ने लगा मैं भी अगर दोस्तों ने यूँ उतारा कूद कर और कैसी कट रही है आपकी कर रहे है बस गुज़ारा कूद कर ©Dev Sharma #Nojoto #gajal #shayri #WForWriters