Nojoto: Largest Storytelling Platform

कारोबार में संतोष करना अपनी उन्नति को रोकना है। अप

कारोबार में संतोष करना अपनी उन्नति
को रोकना है। अपने पास जो है उसमें
संतोष करना मानसिक संतुलन है। जरुरत पर ध्यान दो ना कि अरमानों पर।
कारोबार में संतोष करना अपनी उन्नति
को रोकना है। अपने पास जो है उसमें
संतोष करना मानसिक संतुलन है। जरुरत पर ध्यान दो ना कि अरमानों पर।
shravangoud5450

Shravan Goud

New Creator

जरुरत पर ध्यान दो ना कि अरमानों पर।