ये बिज़ली आफत ढा रही हैं बार बार मुझे तेरी बाहों में आने के लिए मज़बूर कर रही है ये सावन की कोई साज़िश तो नही है वैसे ही हम पिघल जातें है तेरी निगाहों से.: ©Shayari by Sanjay T बूंदे बारिश की सावन इश्क का.... Hindi shayari & kavita series. hope friend's will like this Rain shayari series (part 8) #Hindishayari #rainshayari #shayaribySanjayT to be continued…