मिले तो बहुत चाहने वाले मेरे, पर गए छोड़ वो चलते चलते सफर में। अच्छा लगा था मुझे साथ उनका, पर अलविदा कह गए चलते चलते सफर में। ©नागेंद्र किशोर सिंह # मिले तो बहुत चाहने वाले मेरे# ग़ज़ल# मेरी कलम से#