तुम मुझे इरादों में मिलना कुछ देर तो ख्वाबों में मिलना मैं भूल चुका हूँ इबादत का फलसफा, हर्फ़ों को नमाजों में मिलना.. कुछ लम्हे जमा किये हैं मैंने, उनसे तुम बरसातों में मिलना.. समझ जाओ जो इश्क का गणित, रूह के उधड़े धागों में मिलना.. दिन कट रहे हैं मुफलिसी में अभी, मेरे अच्छे हालातों में मिलना.. -KaushalAlmora #मिलना #मुफ़लिसी #yqdidi #yqdada #yqquotes #yqbaba #yq