#RIPDilipKumar दौर कागज़ी था पर देर तक खतों में जज़्बात महफूज रहते थे अब मशीनी दौर है उम्र भर की यादें उंगली से ही डिलीट हो जाती हैं ©Unforgettable Dharma pandit Manish Sen Shrawan Bhargav Sameer