जनाज़े से पूछना कभी, हकीकत में क़ज़ा क्या है, वफ़ादार में वफ़ा नहीं, फिर असलियत में वफ़ा क्या है। एक इश्क़ के मरीज़ को कल, बरसों बाद मुस्कुराते देखा, फ़िर दिखे तो पूछूँ उससे, इस मर्ज़ का दवा क्या है। सजदे में रहकर घन्टों रोया, कोई असर नहीं था फिर भी, ख़ुदा दिखे तो पूछूँ अब मैं, उसे माँगने का दुआ क्या है। मंज़र खुशनुमा लगने लगती, मोहब्बत हो अगर किसीसे, इन मोहब्बत के गलियों में, पूछो आब-ओ-हवा क्या है। इस कदर शर्मिंदा हुआ है, हर नमाज़ में यह क़ासिम, पूछ लेना आकर फुर्सत में, वजह क्या है ख़ता क्या है। #कुम्हार #ख़्वाबहोगए #कोराकाग़ज़ #yqdidi #yqquotes #yqquotes #motivation #poetry YourQuote Didi Best YQ Hindi Quotes