तुम्हे देख कर चाँद भी फ़ीका पर जाता था इन आँखों में, क्यू कि तू कैद जो कर लेती थी सब अपने निगाहों में। अब चाहे तुम्हे पाने को लाख मिन्नते करू लू मंदिरो में, पर शायद अब तू जा चुकी है किसी ओर की बाहों में #Quotes #Stories #Shayari #Chand #Love