क्या धुन थी उसकी,क्या उसके बोल थे, संगीत भी सब मिला था माप तोल के, नींद में ही आई थी वो कविता, सुबह होते ही खो गई, अब कागज कलम लेकर सोता हूँ, उसकी तलाश मे, लेकिन हर सुबह उठता हूँ, बस हताश मै, वो जो युंही बेहोशी मे निकल गई, होश मे आए तो जहन से फिसल गई, उस कविता की गजब क़यामत है, इतनी सुंदर,जैसे खुदा की उतारी आयत है, धिक्कार है इन आँखों पर जो उस रात बेफिक्र सो गई, मेरी सबसे बडी दौलत थी वो कविता,सुबह होते ही खो गई ।। नींद मे एक कविता आई थी,नींद मे ही खो गई...। #yqbaba #yqdidi #hindi #sleep #shayari #hindipoetry #subconscious #yqhindi