मन्द मन्द हवाएं बह रही है, कुछ हमें कुछ तुम्हें कह रही है। क्या इसी तरह बतियाते रहोगे, रात गहरी हो चुकी है कब तुम सोओगे।। ##शुभरात्री दोस्तों ##