बेख़बर सी वह भागी-भागी फिर रही है अँधेरे में भी उजाले को ताक रही है भूली वह नादानियों में अपने को वे यादें ही उसे एक बार फिर गिरा रही है #yaaden_teri#बेखर_सी#hindishayari#loveshayari#nojotohindi#Gudiagupta