हमारे देश पर इक अजीब, सनक सवार है, मुफ्त मे हर आदमी ,बनता सलाहकार है। हर आदमी बनता मिलेगा , चाराग़र यहाँ , उसकी ही हर सलाह मानो, ग़मग़ुसार है । बनता है हर कोई रहबर, इस दावे के साथ, जो उसने कहा , मानो वही, जीवन का सार है। ख़ुद तो मियाँ मांगते, बाहर खड़े दरवेश , इसी उक्ती मे छिपा, हमारा क़िरदार है। लिखने की सनक मे, न चढ जाए,"फिराक़", पर- उपदेश, कुशल- बहुतेरे ,का जो बुखार है।— % & नमस्कार लेखकों! 🌺 आज का WOTD (Word Of The Day)— सलाह or advice. 🌻दिए गए शब्द का अपने लेखन में प्रयोग किजिये।