ग़ज़ल में तुझे ना लिखूं, वो ख़्वाब बन गए, जो अनकही थी कभी, अब अल्फ़ाज़ बन गए। तेरी मुलाक़ातों ने कुछ यूँ असर किया, अजनबी था तू, अब मेरी पहचान बन गया। हर एहसास को लफ़्ज़ों में ढाल नहीं सकती, कुछ जज़्बात दिल के आइनों में संभाले जाते हैं। गर तू समझ सके मेरी ख़ामोशियों की ज़ुबां, तो लफ़्ज़ भी तेरा सजदा कर जाते हैं। ©Aayushi Patel #IshqKeAlfaaz #MohabbatKiGhazal #DilKiKahani #AlfaazONeHka #KhamoshiKaEhsaas #PyarKiPehchaan #GhazalLove #ShayariLover