Nojoto: Largest Storytelling Platform

अन्जे इश्क़ की बंजर कब से थी, जो दरख़्त यादों

अन्जे  इश्क़ की बंजर कब से थी, 
जो  दरख़्त यादों  के  लग जाये, 
ऐसे अब्र आंसुओं की बारिश हो, 
कि सारे भ्रम हवा में गुब्बार हो जाये

©Mona Pareek #jameen
अन्जे  इश्क़ की बंजर कब से थी, 
जो  दरख़्त यादों  के  लग जाये, 
ऐसे अब्र आंसुओं की बारिश हो, 
कि सारे भ्रम हवा में गुब्बार हो जाये

©Mona Pareek #jameen
monapareek4137

Mona Pareek

Bronze Star
New Creator
streak icon1