बलात्कारी ना तो हिन्दू ना मुसलमान होते हैं, ये तो बहसी दरिंदे समाज में शैतान होते हैं। ना ही इन हैवानों के कोई धर्मोईमान होते हैं, इनके सही ठिकाने कब्रें या शमशान होते हैं। #opinion#poem#nojoto#ashifa#geeta