बेहिसाब मोहब्बत बेधड़क कर बैठे हम रातों की नींद उ

बेहिसाब मोहब्बत बेधड़क कर बैठे हम 
रातों की नींद उड़ा बैठे हम 
सांसो में बस गई उसकी खुशबू 
प्यार मैं अपना सब गंवा बैठे हम 
दिन हो या रात उसका ख्याल सताता है 
देखकर उसके जज्बात मन और मचल जाता है 
नैनों में अश्रु उमड़ आते हैं गालों से ढलकते 
मेरी अंतर आत्मा को भिगो डालते हैं
उसकी राह देखते देखते थक गई हूं मैं
प्रीतम से मिलने के लिए तड़प गई हूं मैं
@_muskurahat_ बेहिसाब मोहब्बत बेधड़क कर बैठे हम 
रातों की नींद उड़ा बैठे हम 
सांसो में बस गई उसकी खुशबू 
प्यार मैं अपना सब गंवा बैठे हम 
दिन हो या रात उसका ख्याल सताता है 
देखकर उसके जज्बात मन और मचल जाता है 
नैनों में अश्रु उमड़ आते हैं गालों से ढलकते 
मेरी अंतर आत्मा को भिगो डालते हैं
बेहिसाब मोहब्बत बेधड़क कर बैठे हम 
रातों की नींद उड़ा बैठे हम 
सांसो में बस गई उसकी खुशबू 
प्यार मैं अपना सब गंवा बैठे हम 
दिन हो या रात उसका ख्याल सताता है 
देखकर उसके जज्बात मन और मचल जाता है 
नैनों में अश्रु उमड़ आते हैं गालों से ढलकते 
मेरी अंतर आत्मा को भिगो डालते हैं
उसकी राह देखते देखते थक गई हूं मैं
प्रीतम से मिलने के लिए तड़प गई हूं मैं
@_muskurahat_ बेहिसाब मोहब्बत बेधड़क कर बैठे हम 
रातों की नींद उड़ा बैठे हम 
सांसो में बस गई उसकी खुशबू 
प्यार मैं अपना सब गंवा बैठे हम 
दिन हो या रात उसका ख्याल सताता है 
देखकर उसके जज्बात मन और मचल जाता है 
नैनों में अश्रु उमड़ आते हैं गालों से ढलकते 
मेरी अंतर आत्मा को भिगो डालते हैं