नदी का भॅवर होती तो तह को छू के चहक जाता , समुन्दर के अंदर सांसें चलती नहीं ज्यादा , पहाड़ो से चल कर के बन चूका अब रेत , मगर जमीं पे तू क़भी मिलती नहीं , दोस्ती ख़यालो से करली मैंने , हक़ीक़त में आजकल दोस्ती भी चलती नहीं #khayal #tumbin #banjarapan #nojoto #uttrakhand