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आज वीराने दिल को बागबान करने निकला हूँ, दहकती धूप

आज वीराने दिल को बागबान करने निकला हूँ,
दहकती धूप के लिए ठंडी हवा ढूंढने निकला हूँ,
तरस रहा हूँ कि कोई मुझे भी गले लगा ले कुछ देर के लिए,
इसीलिए गुलाबी नोटों से झूठा प्यार खरीदने निकला हूँ।  #pain of finding #love
आज वीराने दिल को बागबान करने निकला हूँ,
दहकती धूप के लिए ठंडी हवा ढूंढने निकला हूँ,
तरस रहा हूँ कि कोई मुझे भी गले लगा ले कुछ देर के लिए,
इसीलिए गुलाबी नोटों से झूठा प्यार खरीदने निकला हूँ।  #pain of finding #love
shambhunath7669

Shambhunath

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