खुशियों की चाभी है वो, एक प्यारी से राजकुमारी वो, फ़ूलों की कली है वो लाडली, घर की लक्ष्मी कहलाती वो, मीठी मीठी बाते करती, हर दुःख को पल में है हरती l "मम्मा प्यार करती हो मुझसे?" हर घड़ी बस यही सवाल है करती, जिस जगह वो अपने पग धरे, वहाँ नित नए प्रेम के पुष्प खिले, हर कष्ट को हंस कर सह जाती, दादी की दुलारी, पापा की परी, "बुआ-फूफा" की वो जाँ है, रहती उन संग उनका अभिमान है, जुग- जुग जियो सदा खुश रहो, अपनी "माँ" से भी ऊंचा नाम करो l ©Dr SONI Happy birthday to you अभिज्ञान ❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹