गुलामी की लंबी उम्र पर, स्वतंत्रता की एक सांस भारी है, हमारे पुरखों ने रक्त से सींचा जिसे,यह मातृभूमि हमारी है। तुम्हारे मनसूबे कामयाब नहीं होने पाएंगे, किसी कीमत पर रात भले तुम्हें सुख दे रही है पर आने वाली भोर हमारी है। देश को भितरघातियों और दुश्मनों ने बार-बार असंतुलन में डालने का प्रयास किया है। कभी जाति, कभी धर्म कभी भाषा,कभी संस्कृति, कभी पूर्वजों की धरोहर तक के नाम पर।पर अब सबको सबकुछ समझ आ रहा है।अब देश को तोड़ने की कोशिश करने वालों के दांत खट्टे करने का हुनर आ गया है। शठे शाठ्यम समाचरेत का नियम सब समझ चुके हैं। शस्त्र और शास्त्र दोनों को पढ़ा जाना चाहिए।हर प्रोपेगंडा का जवाब देना है। पूरी ऊर्जा के साथ।सुबह हमारी है। #wsmorningride bg. #jayakikalamse #wrscribblezone #yqwritosphere #yqbaba #yqquotes #scribbles #YourQuoteAndMine